Shodashi Secrets

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कस्तूरीपङ्कभास्वद्गलचलदमलस्थूलमुक्तावलीका

चक्रेश्या प्रकतेड्यया त्रिपुरया त्रैलोक्य-सम्मोहनं

The reverence for Goddess Tripura Sundari is evident in the best way her mythology intertwines with the spiritual and social cloth, offering profound insights into the character of existence and The trail to enlightenment.

दक्षाभिर्वशिनी-मुखाभिरभितो वाग्-देवताभिर्युताम् ।

केवल आप ही वह महाज्ञानी हैं जो इस सम्बन्ध में मुझे पूर्ण ज्ञान दे सकते है।’ षोडशी महाविद्या

चक्रेऽन्तर्दश-कोणकेऽति-विमले नाम्ना च रक्षा-करे ।

षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी का जो स्वरूप है, वह अत्यन्त ही गूढ़मय है। जिस महामुद्रा में भगवान शिव की नाभि से निकले कमल दल पर विराजमान हैं, वे मुद्राएं उनकी कलाओं को प्रदर्शित करती हैं और जिससे उनके कार्यों की और उनकी अपने भक्तों के प्रति जो भावना है, उसका सूक्ष्म विवेचन स्पष्ट होता है।

यदक्षरमहासूत्रप्रोतमेतज्जगत्त्रयम् ।

दुष्टानां दानवानां मदभरहरणा दुःखहन्त्री बुधानां

She's also called Tripura mainly because all her hymns and mantras have three clusters of letters. Bhagwan Shiv is thought to be her consort.

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥७॥

वाह्याद्याभिरुपाश्रितं च दशभिर्मुद्राभिरुद्भासितम् ।

देवीं कुलकलोल्लोलप्रोल्लसन्तीं शिवां पराम् ॥१०॥

Her narratives are not merely stories but have a deeper philosophical this means, reflecting the Everlasting struggle involving good and evil, as well as triumph of righteousness. The significance of Tripura Sundari extends further than the mythological get more info tales, influencing a variety of aspects of cultural and spiritual lifetime.

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